कॉंग्रेस नेता नरेंद्र सिन्हा की मौत

गिरिडीह के जाने माने कांग्रेसी नेता नरेंद्र सिन्हा उर्फ छोटन का सोमवार सुबह रांची के एक अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। घटना के बाद शव को उनके बरमसिया स्थित आवास में लाया गया जहां तमाम लोगों ने अंतिम दर्शन किया जिसके बाद उन्हें बरमसिया शमशान घाट मैं पंचतत्व में विलीन कर दिया गया। बताया गया कि बीते रात अचानक उनकी तबियत बिगड़ गयी थी। परिवार वालों ने उन्हें रांची के रिम्स में इलाज हेतु भर्ती कराया। जंहा सोमवार की अहले सुबह इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके मौत की खबर सुनकर गिरिडीह में शोक की लहर दौर गयी। शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए उनके रिश्तेदार समेत शुभचिंतक, विभिन्न राजनीतिक दल के प्रतिनिधि व शहर के प्रबुद्ध लोगो का ताँता उनके घर के बाहर लगा रहा।मूलतः गिरिडीह के बक्सीडीह गांव के रहने वाले नरेंद्र सिन्हा बरमसिया में अपने परिवार के साथ रहते थे। इनके पिता स्व. नंद किशोर प्रसाद गिरिडीह के नामी अधिवक्ता थे। 45 वर्षीय तेज तर्रार, हरदिल अजीज छोटन सिन्हा अपने पीछे मां, पत्नी बच्चे समेत दो बड़े और दो छोटे भाई का रोता बिलखता परिवार छोड़ गए हैं. मौके पर पहले से पूर्व मंत्री चंद्रमोहन प्रसाद, गांडेय विधायक सरफराज अहमद, गिरिडीह विधायक सुदीप्य कुमार सोनू, कांग्रेस जिला अध्यक्ष नरेश वर्मा, नवीन चौरसिया, कृष्णा सिंह, संतोष राय, सत्येंद्र सिंह, एमपी सिंह बुल्लू, लाडला खान, जदयू के त्रिभुवन दयाल, कला संगम के सतीश कुंदन, वार्ड पार्षद रंजीत यादव, मिथुन चंद्रवंशी, सुमित कुमार, कर्मचारी संघ के नेता अशोक सिंह, भाजपा नेता सिंकू सिन्हा, श्रेय क्लब के रमेश यादव, भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा, राजेश यादव, इंटक के ऋषिकेश मिश्रा समेत सैकड़ो लोग मौजूद थे. सभी ने नम आँखों से उन्हें श्रंद्धाजलि दी.