टीएमटी फैक्ट्री अतिवीर समूह के कामगारों को वेतन नही मिलने से खाने के लाले पड़ गए हैं

गिरिडीह के एक बड़े टीएमटी फैक्ट्री अतिवीर समूह के कामगारों को वेतन नही मिलने से खाने के लाले पड़ गए हैं।इसी को लेकर 50-60 कामगार बुधवार को अचानक समाहरणालय में डीसी राहुल सिन्हा से मिलने पहुंच गए।इस दौरान एक कामगार ने डीसी से फोन पर बात कर अपनी कंपनी के खिलाफ शिकायत की।बताया गया कि सभी कामगार बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं, और करीब 10 सालों से चाईना प्लांट के विभिन्न सेक्टर में कार्यरत हैं। समाहरणालय पहुंचे कामगारों ने इस बीच काफी देर तक डीसी से भेंट करने की आस में बैठे रहे। घंटो बीतनें के बाद भी इन कामगारों की मुलाकात डीसी से तो नहीं हो पाई। लेकिन मौके पर पहुंचे पुलिस जवानों ने सभी कामगारों को समाहरणालय से हटने की बात कही। इस दौरान कामगारों ने जब पुलिस जवानों से अपील किया कि वे सभी परेशानियों में फंसे है। लिहाजा, डीसी से मुलाकात करना उनके लिए जरुरी है। कामगारों की बात सुनने के बाद पुलिस जवानों ने भेंट करने के लिए चार कामगारों को रहने दिया। इधर कामगारों ने बताया कि चाईना प्लांट में वह सभी करीब 10 सालों से कार्यरत है। इधर जनवरी माह से प्रबंधन ने उनका वेतन रोके रखा है। कंपनी के सीईओ चिदंबरम से वेतन की मांग किए जाने के बाद सिर्फ आश्वासन मिलता है। जबकि वेतन नहीं मिलने के कारण ही परेशानी बढ़ गई है। जहां सभी कामगार रहते है उसके मकान मालिक भी किराया मांगने लगे है। वहीं लाॅकडाउन के बाद अब खाने के लिए भी पैसे नहीं है। प्रबंधन भी खाने के लिए कुछ नहीं दे रहा है।
